केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने आज कहा कि भारत की स्वास्थ्य प्रणाली ने सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज-यूएचसी हासिल करने के लिए “संपूर्ण सरकार” और “संपूर्ण समाज” के दृष्टिकोण को अपनाया है। इसके अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल और आवश्यक सेवाओं को मजबूत करने पर जोर दिया जाता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन-डब्ल्यूएचओ के दक्षिणपूर्व एशिया क्षेत्र के 77वें सत्र को संबोधित करते हुए श्री नड्डा ने कहा कि सरकार की आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना से 12 करोड़ से अधिक परिवारों को लाभ मिला है और प्रत्येक परिवार को अस्पतालों उपचार लिये छह हजार डॉलर का वार्षिक लाभ प्रदान किया है।
श्री नड्डा ने कहा कि भारत ने वैश्विक पारंपरिक चिकित्सा केंद्र बनाने में डब्ल्यूएचओ का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि भारत उच्च रक्तचाप, मधुमेह और हृदय रोगों जैसी स्थितियों से निपटने के लिए 2010 से गैर-संचारी रोगों की रोकथाम और नियंत्रण के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम लागू कर रहा है। इस पहल से प्रारंभिक चरण में निवारक उपायों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए 753 एनसीडी क्लीनिक, 356 डे केयर सेंटर और 6,238 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों की स्थापना हुई है।
श्री नड्डा को डब्लू.एच.ओ. के दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्रीय समिति के 77वें सत्र के अध्यक्ष के रूप में भी चुना गया है।