केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आज भारत के पहले राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के अवसर पर एक ई-पत्रिका, सपनों की उड़ान जारी की। ई-पत्रिका में देश भर के छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों द्वारा योगदान की गई कविता, निबंध, कहानियां, उपाख्यान और पहेलियों का मिश्रण है। स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग ने एनसीईआरटी के सहयोग से चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान-3 की लैंडिंग की पहली वर्षगांठ मनाने के लिए यह ई-पत्रिका जारी की। ई-पत्रिका के वर्चुअल लॉन्च के दौरान श्री प्रधान ने कहा कि यह शिक्षा को सुलभ और न्यायसंगत बनाकर राष्ट्रीय शिक्षा नीति की सिफारिशों को पूरा करेगा और छात्रों को 21वीं सदी की वैश्विक चुनौतियों के लिए तैयार करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि पत्रिका का वर्तमान विषय, अंतरिक्ष, बच्चों की कल्पना की विशालता से मेल खाता है।