केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री राजीव रंजन सिंह कल नई दिल्ली में 21वें पशुधन जनगणना अभियान का शुभारंभ करेंगे। जनगणना राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सहयोग से अगले साल फरवरी तक आयोजित की जाएगी।
लगभग एक लाख पशुचिकित्सक, अर्ध-पशुचिकित्सक जैसे क्षेत्रीय अधिकारी इस गणना प्रक्रिया में शामिल होंगे। इस पहल का उद्देश्य भारत में पशु स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को मजबूत करना है। सर्वेक्षण के अंतर्गत पशुधन की पंद्रह प्रजातियों को शामिल किया जाएगा। इस जनगणना में भैंस, मिथुन, याक, भेड़, बकरी, सूअर, घोड़े, खच्चर, गधे, कुत्ते, खरगोश और हाथी के अलावा किसी अन्य मवेशी और पोल्ट्री पक्षियों की भी गणना की जाएगी।