केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने भारतीय उद्योग से आयातित वस्तुओं के बजाय घरेलू आपूर्तिकर्ताओं का समर्थन करके आर्थिक राष्ट्रवाद अपनाने का आह्वान किया।
कल मुंबई में फिक्की के 98वें स्थापना दिवस समारोह में उन्होंने उद्योगपतियों से कहा कि वे घरेलू मूल्य श्रृंखलाओं को प्राथमिकता दें, भले ही विदेशी विकल्प अधिक लाभकारी लगें।
श्री पीयूष गोयल की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब भारत वैश्विक व्यापार स्वरूप में बदलाव के बीच खुद को एक व्यवहारिक विनिर्माण विकल्प के रूप में पेश कर रहा है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भू-राजनीतिक अस्थिरता के बाद भी भारत अपने कानून के शासन, गै़र-भेदभाव नीतियों और 140 करोड़ उपभोक्ताओं के घरेलू बाजार के साथ एक आकर्षक प्रस्ताव प्रस्तुत करता है।
श्री पीयूष गोयल ने कहा कि यूरोपीय मुक्त व्यापार संघ ने भारत में प्रौद्योगिकी लाने और 100 अरब डॉलर का निवेश करने की प्रतिबद्धता जताई है। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया, यूरोपीय संघ, ब्रिटेन, अमरीका, चिली और पेरू के साथ व्यापार समझौतों पर प्रगति पर भी प्रकाश डाला।