आतंकवाद को समाप्त करने के लिए भारत की दृढ़ प्रतिबद्धता को दुनिया के सामने प्रस्तुत करने के उद्देश्य से सात सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल अलग-अलग देशों में उच्च स्तरीय चर्चा कर रहे हैं।
कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल कोलंबिया की राजधानी बोगोटा पहुंचा। पत्रकारों से बात करते हुए श्री थरूर ने कहा कि आतंकवादियों को भेजने वालों और उनका विरोध करने वालों के बीच कोई समानता नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि हमले करने वालों और उनका बचाव करने वालों के बीच कोई समानता नहीं हो सकती।
श्री थरूर ने कहा कि पाकिस्तान में प्रतिबंधित सूची में शामिल आतंकवादियों में से एक के अंतिम संस्कार में पाकिस्तान के वरिष्ठ सैन्य और पुलिस अधिकारियों ने भाग लिया।
उन्होंने कहा कि इस तरह के अपराध करने वाले आतंकवादियों और उन्हें धन उपलब्ध कराने, प्रशिक्षित करने, हथियार देने और उन्हें सुरक्षित पनाहगाह प्रदान करने वालों के बीच मिलीभगत को दुनिया देख रही है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) सांसद सुप्रिया सुले के नेतृत्व में एक अन्य उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने आज दक्षिण अफ्रीका की अपनी यात्रा पूरी की। यात्रा के दौरान, प्रतिनिधिमंडल ने दक्षिण अफ्रीका में राजनीतिक नेताओं, थिंक टैंक और भारतीय प्रवासियों के सदस्यों के साथ कई बैठकें कीं। जोहान्सबर्ग में मीडिया से बात करते हुए सुश्री सुले ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका ने आतंकवाद के प्रति शून्य सहिष्णुता के भारत के पक्ष का समर्थन किया है।
इस बीच, द्रविड़ मुनेत्र कड़गम सांसद कनिमोझी के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल लातविया के रीगा पहुंचा, जहां लातविया में भारत की राजदूत नम्रता कुमार ने उनका स्वागत किया। रीगा में सुश्री नम्रता कुमार ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल लातविया के सांसदों और संसद की विदेश मामलों की समिति के अध्यक्ष के साथ बैठक करेगा।
जनता दल (यूनाइटेड) सांसद संजय कुमार झा के नेतृत्व में सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने जकार्ता में इंडोनेशिया स्थित शिक्षाविदों और शोधकर्ताओं के साथ बातचीत की।
भारतीय जनता पार्टी सांसद बैजयंत पांडा के नेतृत्व में एक अन्य प्रतिनिधिमंडल ने सऊदी अरब में यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल दिरियाह और मिट्टी के शहर का दौरा किया, जो अपनी पारंपरिक मिट्टी-ईंट वास्तुकला के लिए जाना जाता है।