कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आज जाति जनगणना पर कुछ सुझाव देते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को एक पत्र लिखा। श्री खरगे ने पत्र में जाति जनगणना पर सभी राजनीतिक पार्टियों के साथ बातचीत करने का आग्रह किया है। उन्होंने इसके लिए तेलंगाना सरकार के मॉडल का भी हवाला दिया है। श्री खरगे ने आरक्षण पर 50 प्रतिशत की सीमा को समाप्त करने का भी पक्ष लिया है। श्री खरगे ने निजी शैक्षणिक संस्थानों में अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों और अन्य पिछड़ा वर्गों के लिए आरक्षण का प्रावधान कार्यान्वित करने की भी मांग की।
इस बीच भारतीय जनता पार्टी ने श्री खरगे की निंदा करते हुए आरोप लगाया कि यह पत्र निर्णय का श्रेय लेने की हताशा में लिखा गया है। आकाशवाणी से बातचीत में भाजपा प्रवक्ता गुरू प्रकाश ने आरोप लगाया कि जाति जनगणना को लेकर सरकार की घोषणा के बाद कांग्रेस मुद्दा विहीन हो गई है। उन्होंने कहा कि श्री मोदी ने इस निर्णय की घोषणा करने का साहस दिखाया है जबकि उनसे पहले के किसी भी प्रधानमंत्री ने ऐसा निर्णय नहीं लिया है।