कल 30 अपै्रल को अक्षय तृतीया का पर्व मनाया जाएगा। छत्तीसगढ़ में इस दिन गुड्डे-गुड़ियों का विवाह रचाने की परंपरा है। वहीं, लोग मंदिर-देवालयों में दान-दक्षिणा कर विषेष पूजा-अर्चना करते हैं। राज्य के बाजारों में आकर्षक गुड्डे-गुड़िया बिक्री के लिए सजे हुए हैं। इन्हें लेकर बच्चों में खासा उत्साह देखा जा रहा है।
इस बीच, राज्य सरकार ने अक्षय तृतीया पर विवाह आयोजनों में बाल विवाह की आशंका को देखते हुए विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश जारी किए हैं। महिला और बाल विकास विभाग की सचिव शम्मी आबिदी ने बाल विवाह रोकने के लिए सभी कलेक्टरों, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों, जिला और जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों तथा विभागीय अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं। निर्देशों में कहा गया है कि कानून का उल्लंघन करने पर वर-वधु के अभिभावक, सगे-संबंधी, बाराती और विवाह संपन्न कराने वाले पुरोहितों पर भी कानूनी कार्रवाई की जाए। शासन ने सभी लोगों से इसके लिए सहयोग की अपील की है। यदि किसी को बाल विवाह की सूचना मिलती है, तो वह निकटतम थाना प्रभारी या चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर – एक शून्य नौ आठ (1098) या महिला हेल्पलाइन नंबर – एक आठ एक (181) अथवा आपातकालीन सेवा – एक एक दो (112) पर जानकारी दे सकते हैं।