ओडिशा में भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा की विश्व प्रसिद्ध ‘बहुड़ा यात्रा‘ के लिए आज सुबह से ही पवित्र शहर पुरी में अनुष्ठान चल रहे हैं। इस यात्रा में देवता अपने जन्मस्थान माने जाने वाले श्री गुंडिचा मंदिर में एक सप्ताह बिताने के बाद अपने रथों में सवार होकर 12वीं शताब्दी के श्री जगन्नाथ मंदिर लौटेंगे।
ताजा रिपोर्ट के अनुसार, देवताओं का अपने-अपने रथों तक ‘पहांडी’ या जुलूस पूरा हो चुका है। पुरी के राजा गजपति महाराजा दिव्य सिंह देब कुछ समय बाद ‘छेरा पहांरा’ के नाम से जाने जाने वाले रथों की औपचारिक सफाई करेंगे, जिसके बाद तीनों रथों पर घोड़े लगाए जाएंगे। रथ खींचने का काम तीसरे पहर करीब 4 बजे होगा। यात्रा के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।