भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण-एनएचएआई ने नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे के समानांतर एक और एक्सप्रेस वे बनाने के लिए सर्वे का काम पूरा होने के बाद अपनी सहमति दे दी है। इस एक्सप्रेस वे के बनने से न केवल नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर वाहनों का दबाव कम होगा, बल्कि 10 लाख से ज्यादा वाहन चालकों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में काफी आसानी होगी।
इस एक्सप्रेस वे की लंबाई करीब 32 किलोमीटर की होगी, जिसमें 28 किलोमीटर नोएडा क्षेत्र और 4 किलोमीटर एयरपोर्ट से लिंक करने में बनाया जाएगा। इसके पूरा होने से लखनऊ तक का सफर वाहन चालक बिना किसी रूकावट के कर पाएंगे।
एनएचएआई ने पुस्ता रोड समेत अन्य विकल्पों पर सर्वे कर अपनी रिपोर्ट बना ली है। नोएडा प्राधिकरण के सीईओ के मुताबिक, एनएचएआई की सहमति मिलने के बाद अब एक कंपनी को हायर करके दोबारा सर्वे कराया जाएगा, ताकि डीपीआर तैयार कर काम को शुरू किया जा सके। इस प्रोजक्ट को बनाने में करीब दो से 2 दशमलव 5 हजार करोड़ रुपए का खर्चा होगा।