लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता ली जे-म्यांग ने आज दक्षिण कोरिया के 21वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। उनका कार्यकाल पांच वर्ष का होगा।
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रीय चुनाव आयोग ने राष्ट्रपति चुनावों में ली की जीत की पुष्टि की। उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी कंजर्वेटिव पीपुल पावर पार्टी के किम मून-सू थे।
पूर्व कंजर्वेटिव नेता यूं सुक-योल को मार्शल लॉ लागू करने के कारण पद से हटा दिए जाने के बाद यह मतदान हुआ था।
जीत हासिल करने के बाद श्री ली ने अपने समर्थकों से बात की और कहा कि उनका पहला उद्देश्य विद्रोह पर काबू पाना होगा।
उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति की कार्रवाई को सैन्य तख्तापलट बताया और कहा कि वे कभी नहीं चाहते कि ऐसा फिर से हो। उन्होंने उत्तर कोरिया के साथ बातचीत फिर से शुरू करने का भी वादा किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ली जे-म्यांग को कोरिया गणराज्य का राष्ट्रपति चुने जाने पर बधाई दी है। सोशल मीडिया पोस्ट में प्रधानमंत्री ने कहा कि वह भारत-कोरिया विशेष रणनीतिक साझेदारी को और अधिक विस्तारित और मजबूत करने के लिए मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हैं।