भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने आज पिछली छह प्रतिशत रेपो दर को 50 आधार अंको में कटौती कर के साढे़ पांच प्रतिशत करने का निर्णय लिया है। धीमी मुद्रास्फीति ने बैंक को आर्थिक विकास को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित करने का मार्ग प्रशस्त किया है। इस कारण आरबीआई रेपो दर में लगातार तीसरी बार कटौती करने जा रहा है।
नकद आरक्षित अनुपात- सीआरआर में भी सौ आधार अंको की कटौती की गई है। वहीं सीमांत स्थायी सुविधा- एमएसएफ और बैंक दर को पांच दशमलव सात-पांच पर समायोजित किया गया है। भारतीय रिजर्व बैंक ने अपने द्विमासिक मौद्रिक नीति बैठक में आज अपने नीतिगत रुख को ‘समायोजनकारी’ से बदलकर ‘तटस्थ’ कर दिया है।