भारतीय रिजर्व बैंक-आरबीआई के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा है कि पर्याप्त पूंजी, परिसंपत्ति गुणवत्ता और लाभ की स्थिति बेहतर होने के साथ देश की बैंकिंग प्रणाली और भी मज़बूत हुई है। उन्होंने कहा कि वित्तीय स्थिरता आरबीआई की नीति का आधार बनी हुई है।
मुंबई में 12वें एसबीआई बैंकिंग और इकोनॉमिक्स कॉन्क्लेव में गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा कि पूंजी-जोखिम-भारित परिसंपत्तियों का अनुपात 2015 के 13.5 प्रतिशत से बढ़कर 17.5 प्रतिशत हो गया है, जबकि सकल एनपीए 2018 के 11 प्रतिशत से घटकर 2.3 प्रतिशत रह गया है। उन्होंने कहा कि देश का पूंजी प्रवाह मज़बूत बना हुआ है और इस वर्ष अप्रैल से जुलाई के बीच 30.4 अरब डॉलर का शुद्ध पूंजी प्रवाह हुआ है।