वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि आत्मनिर्भर, समावेशी और वैश्विक रूप से प्रतिस्पर्धी भारत के विजन को साकार करने में देश के स्टार्टअप महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। उन्होंने आज नई दिल्ली में स्टार्टअप इंडिया के नौ वर्ष के उत्सव पर प्रभात फैक्ट बुक और भारत स्टार्टअप चेलेंज से शुभारंभ के अवसर पर यह बात कही। श्री गोयल ने कहा कि फण्ड ऑफ फण्ड्स स्कीम जैसी सरकारी योजनाओं ने निजी पूंजी जुटाने, विशेष रूप से टियर टू और टियर थ्री शहरों में स्टार्टअप के समर्थन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि आर्थिक योगदान के अलावा स्टार्टअप का व्यापक प्रभाव है। श्री गोयल ने कहा कि स्टार्टअप केवल बिजनेस मात्र नहीं है, बल्कि बदलाव के एजेंट हैं। उन्होंने कहा कि देश में पिछले वर्ष 76 आईपीओ जारी किये गये। उन्होंने कहा कि इस समय एक लाख 59 हजार से अधिक स्टार्टअप हैं और देश में विश्व का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप पारिस्थितिक तंत्र है।
यह कार्यक्रम दूसरे स्टार्टअप महाकुंभ से पहले आयोजित किया गया। श्री गोयल ने कहा कि इस वर्ष अप्रैल में शुरू हो रहे स्टार्टअप महाकुंभ में लगभग ढाई हजार स्टार्टअप भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि भारत स्टार्टअप चेलेंज का उद्देश्य विभिन्न क्षेत्रों में 75 चुनौतियां प्रस्तुत करना है।
पूल से/2015