केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आज कहा कि आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए सरकार जल्दी ही आतंकरोधी नीति और रणनीति लेकर आएगी। नई दिल्ली में आतंकरोधी सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार बनने के बाद पिछले दस वर्षों में आतंकवाद के खिलाफ कडा रवैया अपनाया गया है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद को कत्तई बर्दाश्त न करने के श्री मोदी के आह्वान की दुनियाभर में सराहना हुई है। श्री शाह ने कहा कि पिछले दस वर्षों में आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए देश में मजबूत व्यवस्था तैयार की गई है। उन्होंने कहा कि 2006 से 2013 की अवधि की तुलना में 2014 से 2021 की अवधि में आतंकी घटनाओं में 70 प्रतिशत की कमी आई है।
गृह मंत्री ने कहा कि आतंकवादी हमले और देश के खिलाफ आतंकवादियों की साजिश सीमारहित और अदृश्य ढंग से रची जाती है। उन्होंने कहा कि युवा अधिकारियों को नवीनतम प्रौद्योगिकी वाला विशेष प्रशिक्षण दिया जाने की जरूरत है।
गृह मंत्री ने कहा कि तीन नए आपराधिक कानून दुनियाभर में सर्वाधिक आधुनिक और तकनीकी दृष्टि से उन्नत कानून है। उन्होंने कहा कि हाल के समय में सुरक्षा से संबंधित कई कानूनों में परिवर्तन किया गया है। अपने भाषण में श्री शाह ने आजादी के बाद देश की आंतरिक सुरक्षा बनाए रखने और सीमा सुरक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान देने वाले 36 हजार 468 पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी।