विदेश मंत्रालय ने कहा है कि पाकिस्तान के साथ बातचीत पर भारत का रुख बिल्कुल स्पष्ट है और कोई भी बातचीत द्विपक्षीय होनी चाहिए। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने आज नई दिल्ली में मीडिया से कहा कि आतंकवाद और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकते। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को उन आतंकवादियों को भारत को सौंपना चाहिए, जिनके रिकॉर्ड कुछ साल पहले पाकिस्तान को दिए गए थे। श्री जायसवाल ने कहा कि जम्मू-कश्मीर पर बातचीत तभी होगी, जब पाकिस्तान अवैध कब्जे वाले कश्मीर को खाली कर भारत को सौंप देगा।
सिंधु जल संधि पर प्रवक्ता ने कहा कि यह संधि तब तक स्थगित रहेगी, जब तक पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद को समर्थन देना विश्वसनीय और अपरिवर्तनीय रूप से बंद नहीं कर देता।
ईरान में लापता हुए तीन भारतीय नागरिकों के बारे में एक सवाल पर श्री जायसवाल ने कहा कि तेहरान पहुंचने के बाद लापता हुए इन भारतीय नागरिकों को खोजने और सुरक्षित स्वदेश वापसी के लिए हम ईरान के अधिकारियों के संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि लापता व्यक्तियों के परिवारों को हरसंभव मदद दी जा रही है।
बांग्लादेश के घटनाक्रम पर श्री जायसवाल ने कहा कि भारत बांग्लादेश के साथ सकारात्मक और रचनात्मक संबंध चाहता है जो दोनों देशों के लोगों की आकांक्षाओं और हितों को पूरा करते हो। उन्होंने यह भी कहा कि बांग्लादेश को जल्द से जल्द समावेशी, निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव कराकर लोगों की इच्छा और जनादेश का सम्मान करना चाहिए।
छात्रों के संबंध में अमेरिकी सरकार के नए दिशा-निर्देशों पर प्रवक्ता ने कहा कि विदेशों में भारतीय छात्रों का कल्याण सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। श्री जायसवाल ने उम्मीद जताई कि भारतीय छात्रों के आवेदन पर योग्यता के आधार पर विचार किया जाएगा।