आकाशवाणी हैदराबाद केंद्र आज अपनी हीरक जयंती मना रहा है। तत्कालीन हैदराबाद राज्य में निज़ाम का डेक्कन रेडियो 1950 में इसी दिन भारत सरकार के अधीन आया था और बाद के दिनों में आकाशवाणी के अंतर्गत आ गया था। आकाशवाणी और समाचार सेवा प्रभाग की महानिदेशक डॉ. प्रज्ञा पालीवाल गौड़ आकाशवाणी हैदराबाद के परिसर में हीरक जयंती स्तंभ का वर्चुअल तरीके से अनावरण करेंगी।
7.5 दशक के सफ़र के दौरान, आकाशवाणी हैदराबाद केंद्र इस क्षेत्र का अभिन्न अंग बन गया है। इस क्षेत्र में दो तेलुगु राज्य-तेलंगाना और आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और कर्नाटक के कुछ हिस्से शामिल हैं। यह क्षेत्र के लोगों के दैनिक जीवन से अविभाज्य हिस्सा हो गया है। देश के प्रमुख केंद्रों में से एक होने के नाते, आकाशवाणी हैदराबाद तेलंगाना राज्य में फैले चार अन्य स्थानीय रेडियो स्टेशनों तथा दस और ट्रांसमीटरों की मदद से तेलुगु, उर्दू, कन्नड़, मराठी सहित सात भाषाओं में कार्यक्रम प्रसारित कर जनता की सेवा कर रहा है। आकाशवाणी हैदराबाद के कार्यक्रम और सामग्री मोबाइल ऐप और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी व्यापक रूप से उपलब्ध हैं।