असम के सांस्कृतिक मामलों के मंत्री बिमल बोरा के नेतृत्व में राज्य का एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल गुवाहाटी में होने वाले एडवांटेज असम 2.0 शिखर सम्मेलन से पहले राज्य की निवेश क्षमता को प्रदर्शित करने के लिए चार दिन की यात्रा पर संयुक्त अरब अमीरात पहुंचा। यह सम्मेलन 25-26 फरवरी को आयोजित किया जाएगा।
श्री बोरा ने आज दुबई में एडवांटेज असम: दुबई निवेशक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि असम अभूतपूर्व विकास के शिखर पर है और यह पारंपरिक उद्योगों से लेकर अत्याधुनिक तकनीक तक के क्षेत्रों में अद्वितीय अवसर प्रदान करता है।
उन्होंने सात राष्ट्रीय उद्यानों, तीन यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों सहित असम की प्राकृतिक विरासत पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ये भारत के ऊर्जा संसाधनों में भी प्रमुख रूप से योगदान करते हैं। उन्होनें कहा कि असम भारत के 97 प्रतिशत अगरवुड का उत्पादन करने के लिए भी जाना जाता है, जो प्रीमियम सुगंधों का एक महत्वपूर्ण घटक है।
असम जल संसाधन विभाग में विशेष सचिव सैयदैन अब्बासी ने बताया कि वर्तमान में राज्य का सकल घरेलू उत्पाद-जीडीपी 69 बिलियन डॉलर है और 2030 तक इसे दोगुना करने का लक्ष्य रखा गया है। अब्बासी ने कहा कि “बुनियादी ढांचे का विकास अभूतपूर्व गति से हो रहा है।
प्रतिनिधिमंडल ने डीपी वर्ल्ड, भारत मार्ट, ट्रांसवर्ल्ड और मेदान फ्री जोन सहित संयुक्त अरब अमीरात में प्रमुख व्यापार केंद्रों का भी दौरा किया। राज्य विशेष रूप से नवीकरणीय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
16 जनवरी तक जारी रहने वाला प्रतिनिधिमंडल का दौरा असम के अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों तक पहुंच बनाने में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसमें आगामी एडवांटेज असम 2.0 शिखर सम्मेलन से राज्य के आर्थिक परिवर्तन के अगले चरण को गति मिलने की उम्मीद है।