अयोध्या के श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में रामदरबार की स्थापना के बाद आज राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने मीडिया से बात की। उन्होंने बताया कि रामदरबार प्रथम तल पर करीब 20 फीट ऊपर स्थापित है। ऐसे में श्रद्धालुओं को इसके दर्शन के लिए सीढ़ियां चढ़नी होंगी। बुजुर्गों की सुविधा के लिए लिफ्ट की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि तकनीकी कारणों के साथ सुरक्षा मानकों को ध्यान में रखते हुए राम दरबार और परकोटा के मंदिरों को कुछ समय बाद ही दर्शन के लिए खोला जाएगा। उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण का अंतिम चरण मंदिर के शिखर पर ध्वज लगाने का होगा जो अक्टूबर या नवंबर में लगाया जाएगा।
ये परिस्थिति नहीं है की परकोटा के छह मंदिरों में जनता को दर्शन के लिए अनुमति दी जाए वो परिस्थितियाँ शायद वर्षाकाल बीत जाने के बाद आ सकती है क्योंकि अभी निर्माण के बहुत से काम चल रहे हैं। मशीनें घूमती रहती है बड़े- बड़े पत्थर क्रेन से उठाए जाते हैं रखे जाते हैं तो हमारा धर्म है कर्तव्य है की हम सुरक्षा पर पूरा ध्यान दें हम ये कह सकते हैं की निर्माण कार्य अपनी पूर्णता की ओर है।