पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान सहित सभी दलों के राजनीतिक नेताओं ने आज अमृतसर में स्वर्ण मंदिर के प्रवेश द्वार पर पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री श्री सुखबीर सिंह बादल पर जानलेवा हमले की निंदा की है।
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने सोशल मीडिया पोस्ट में श्री बादल पर हुए हमले की निंदा करते हुए कहा कि पुलिस की सतर्कता से पंजाब और पंजाबियों को बदनाम करने की साजिश टल गई है। श्री मान ने कहा कि पंजाब पुलिस अधिकारियों को पूरी घटना की जांच करने और जल्द से जल्द रिपोर्ट सौंपने के निर्देश जारी किए गए हैं।
पंजाब के वरिष्ठ भाजपा नेता मनोरंजन कालिया ने पुलिस की मौजूदगी में हुए हमले की निंदा करते हुए मुख्यमंत्री जिनके पास राज्य के गृह विभाग का प्रभार भी है, उनके इस्तीफे की मांग की है। शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने हमले के पीछे की साजिश का पता लगाने के लिए इसकी न्यायिक जांच की मांग की है।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता और विधानसभा में विपक्ष के नेता श्री प्रताप सिंह बाजवा ने भी हमले की निंदा की है और इसे बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा कि हिंसा के ऐसे कृत्यों का हमारे समाज में कोई स्थान नहीं है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी हमले की कड़ी निंदा की और कहा कि पंजाब आतंक का एक और काला युग बर्दाश्त नहीं कर सकता।
भाजपा नेता और श्री सुखबीर बादल के चचेरे भाई श्री मनप्रीत सिंह बादल ने कहा है कि राजनीति में हिंसा का कोई स्थान नहीं है। नागरिकों की सुरक्षा सरकार का सबसे बड़ा कर्तव्य है। राजनीतिक मतभेदों को बातचीत के जरिए सुलझाया जाना चाहिए। पंजाब ने पहले ही भारी कीमत चुकाई है और हम कड़ी मेहनत से हासिल की गई शांति को भंग नहीं होने दे सकते।