अमरीका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप का जवाबी शुल्क लगाने का फैसला लागू हो गया है। इसमें चीन से आयात पर 104 प्रतिशत शुल्क भी शामिल है। वाइट हाउस ने इसकी पुष्टि की है।
नई शुल्क व्यवस्था राष्ट्रपति ट्ंरप की उस घोषणा के बाद लागू हुई है जिसमें उन्होंने चीन को अमरीकी सामान पर लगाए गए 34 प्रतिशत जवाबी शुल्क को वापस लेने की चेतावनी दी थी।
भारत से आयात पर लगाया गया 26 प्रतिशत शुल्क भी आज से लागू हो गया। श्री ट्रंप ने लिब्रेशन डे घोषणा के तहत तीन अप्रैल को भारत सहित अनेक देशों पर जवाबी शुल्क लगाने की घोषणा की थी।
इसके तहत वियतनाम पर 46 प्रतिशत, ताइवान पर 32 प्रतिशत, दक्षिण कोरिया पर 25 प्रतिशत, जापान पर 24 प्रतिशत और यूरोपीय संघ पर 20 प्रतिशत जवाबी शुल्क लगाया गया था।
गोल्मैन सॅक्स के अनुसार इससे चीन की अर्थव्यवस्था को बड़ा धक्का लग सकता है और उसकी वृद्धि दर 2 दशमलव 4 प्रतिशत तक घट सकती है।
चीन ने इस वर्ष 5 प्रतिशत वृद्धि दर का लक्ष्य तय किया है। लेकिन व्यापार शुल्क संबंधी तनाव के बीच इसमें गिरावट की आशंका है। गोल्मैन सॅक्स ने 4 दशमलव पांच प्रतिशत वृद्धि दर का अनुमान व्यक्त किया है।
इस बीच अमरीका के जवाबी शुल्क के प्रभाव के बारे में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि सरकार द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर काम कर रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमरीकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने फरवरी में इस संबंध में फैसला कियाा था। श्री गोयल ने कहा कि भारत ने कई मोर्चों पर बात की है जो सही दिशा में बढ़ रही हैं।
इस सप्ताह के शुरू में अमरीका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो और विदेश मंत्री सुब्रमण्यम जयशंकर ने शुल्क की स्थिति पर विचार विमर्श किया है। अमरीकी अधिकारियों के अनुसार दोनों पक्षों ने निष्पक्ष और संतुलित व्ययपार संबंध के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त की है।