अमरीका के राष्ट्रपति के रूप में डोनाल्ड ट्रम्प का दूसरा कार्यकाल वैश्विक व्यापार में चुनौतियों के साथ आर्थिक वृद्धि की आशा जगाता है। मोतीलाल ओसवाल प्राइवेट वेल्थ-एमओपीडब्ल्यू की रिपोर्ट के अनुसार भारत का उद्देश्य विशेषरूप से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और सेमीकंडक्टर जैसे प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में अपनी स्थिति को सशक्त बनाना है।
ट्रम्प के शासन में संभावित अमरीकी कॉर्पोरेट कर कटौती सूचना प्रौद्योगिकी के व्यय को बढ़ा सकता है। इससे भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों को लाभ होने की संभावना है। इस बीच, अमरीकी डॉलर की मजबूती और उभरती राजकोषीय नीतियां वैश्विक बाजारों को पुन: परिभाषित कर सकती हैं। ये संकेत ट्रम्प के दूसरे कार्यकाल को तेजी से अपनाने के लिए विभिन्न देशों और उद्योगों को प्रेरित कर रहे हैं।