गोवा में 55वें भारत-अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव-इफ्फी में पॉवर ऑफ फेल्यिोर विषय पर प्रतिष्ठित अभिनेता अनुपम खेर के अपने अनुभव साझा करने के कारण आज की शाम असाधारण हो गई। उन्होंने कहा कि अनेक बाधाओं से घबराकर कभी भी हार नहीं माननी चाहिए।
इससे पहले, दिन में लोकप्रिय सिनेमैटोग्राफर जॉन सील ने बल देते हुए कहा कि सिनेमैटोग्राफी का कोई निर्धारित पैमाना नहीं है। प्रत्येक कहानी और संदर्भ एक नये और रचनात्मक दृष्टिकोण की मांग करती है।
क्रिएटिव माइंड्स ऑफ टूमॉरो कार्यक्रम में भागीदारों ने 48 घंटों में शॉर्ट फिल्में बनाई थीं। यह प्रतिस्पर्धा आज समाप्त हो गई। परिणाम की घोषणा कल की जाएगी।