Headlines: –
- भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता ओम बिरला दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष चुने गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विपक्ष के नेता राहुल गांधी और अन्य दलों के नेताओं ने नए अध्यक्ष को बधाई दी।
- India asserts for reforms in UN Security Council enable it to effectively manage today’s global conflicts.
- केन्या में नये कर प्रस्तावों के विरोध प्रदर्शन को लेकर पुलिस कार्रवाई में पांच लोगों की मौत।
- International Day Against Drug Abuse and Illicit Trafficking being observed today.
- तैराकी में धिनिधि देसिंघु तथा श्रीहरि नटराज ने पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया।
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Now time for our segment DATELINE INDIA in which we take a look at the developments taking place the national or global level. Today we will talk about the International Day Against Drug Abuse and Illicit Trafficking.
The United Nations General Assembly declared 26th June of each year as the “International Day against Drug Abuse and Illicit Trafficking”.
“An over-indulgence of anything, even something as pure as water, can intoxicate.”
By a resolution on 7 December 1987, the General Assembly decided to observe this day 26 June as the International Day against Drug Abuse and Illicit Trafficking as an expression of its determination to strengthen action and cooperation to achieve the goal of an international society free of drug abuse. The theme of this year is – ”The evidence is clear: invest in prevention”.
क्या कहूं कैसे कहूं मैं
पीड़ा अपने अंतर्मन की
किस घड़ी में किस दिवस को
मेरे हृदय शूल बैठा
दोष अब दूँ भी तो किसको
खुद ही जीवन नष्ट करके
लगता ज्यूँ अपनी डगर पर
खुद ही काँटे बो गया हूँ
मैं कहीं पर खो गया हूँ
जी हां शायद यही स्थिति रहती है मादक पदार्थ या कहें ड्रग्स का सेवन करने वालों की। उन्हें लगता है कि ऐसा करके वे सभी उलझनों से पार पा लेंगे अपनी परेशानियों और मानसिक व्यथाओं को भूल जाएंगे। लेकिन वास्तव में नशे की लत से वे खुद ही नहीं बल्कि अपने पूरे परिवार को उस नर्क में ढकेल देते हैं। जहां से निकलना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन हो जाता है।
हर साल 26 जून को नशा निषेध दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का मकसद लोगों को नशे की लत से होने वाले खतरों के बारे में बताना है। साथ ही अवैध दवा व्यापार के जोखिमों के बारे में भी जागरूक करना है। आजकल लोग शराब, ड्रग्स, गांजा और हेरोइन जैसे कई तरह के नशे कर रहे हैं। इनसे हो सके आपको कुछ देर के लिए अच्छा फील हो, लेकिन इनकी लत आपको कई तरह की परेशानियों का शिकार बना सकती है। बड़े ही नहीं बच्चे भी नशे की गिरफ्त में आ रहे हैं। इस्तेमाल के साथ ही ड्रग्स के अवैध तस्करी के भी मामले आए दिन सामने आते रहते हैं।
इस दिन देश भर में नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने के लिए कई रैलियां, गतिविधियां और अभियान आयोजित किए जा रहे हैं। नशीली दवाओं के दुरुपयोग के मुद्दे पर जागरूकता फैलाने के लिए आज सुबह श्रीनगर में ‘वॉक फॉर यूथ’ कैम्पेन आयोजित किया गया।
In Manipur, Chief Minister N. Biren Singh flagged off a motorbike rally organised by the state Police to address this issue.
इस दिन को चिह्नित करने के लिए, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो-एनसीबी भी 12 जून से अब तक पूरे देश में ‘नशा मुक्त भारत पखवाड़ा’ मना रहा है। इस पखवाड़े के दौरान, एनसीबी ने नशीली दवाओं के खतरे के बारे में जनता के बीच जागरूकता फैलाने के लिए कई कार्यक्रम और गतिविधियां आयोजित की हैं। सरकार ने ‘नशा मुक्त भारत’ के प्रति अपनी अटूट प्रतिबद्धता की पुष्टि की है।
सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय नशीली दवाओं की मांग में कमी के लिए राष्ट्रीय कार्य योजना लागू कर रहा है। इससे बड़े पैमाने पर सामुदायिक आउटरीच कार्यक्रम के रूप में देश भर में नशा मुक्त भारत अभियान भी शुरू किया गया है।
Over 342 Integrated Rehabilitation Centres for Addicts are also supported by the Ministry. Besides, the government has also set up a Toll-free Helpline for de-addiction, 14446 for providing primary counseling and immediate referral services.
नशे की आदत बहुत बुरी होती है, जो महज आपकी सेहत ही नहीं खराब करती, बल्कि आपको आर्थिक तंगी का शिकार बना सकती है। आपके रिश्ते खराब कर सकती है और आपकी प्रोफेशनल लाइफ भी तबाह कर सकती। थोड़ी देर का सुकून पाने के लिए लोग इन सारी चीजों को दांव पर लगा देते हैं।
Substance use disorder is an issue, which is adversely affecting the social fabric of the country. Dependence to any substance not only affects the individual’s health but also disrupts their families and the whole society. Regular consumption of various psychoactive substances leads to dependence of the individual. Some substance compounds may lead to neuro-psychiatric disorders, cardiovascular diseases, as well as accidents, suicides and violence.
नशीली दवाओं के दुरुपयोग के हानिकारक प्रभाव अल्पकालिक या दीर्घकालिक हो सकते हैं। इसका प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष असर हो सकता है. प्रभाव उपयोग की जाने वाली दवाओं के प्रकार पर भी निर्भर करता है।
अल्पकालिक प्रभाव हैं :-
- हृदय गति में परिवर्तन
- रक्तचाप में परिवर्तन
- दिल का दौरा
- आघात
- मनोविकृति
- भूख में बदलाव
दीर्घकालिक प्रभाव हैं:-
- हृदय रोग
- फेफड़ों की बीमारी
- कैंसर
- एड्स
- हेपेटाइटिस
मादक द्रव्यों के सेवन और निर्भरता को एक मनो-सामाजिक-चिकित्सीय समस्या के रूप में देखा जाना चाहिए।
आकाशवाणी से बातचीत मे राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल के मनोचिकित्सक डॉ लोकेश शेखावत ने बताया की नशे की लत के शिकार युवाओ से निपटने मे परिवार और समाज क्या भूमिका निभा सकते हैं आइयें सुनतें हैं उन्होने क्या कहा-
Population belonging to the lower strata of the society are particularly exposed to drug abuse in India, and use these as a form of relaxation agent. Most of the youth who get addicted to drug abuse is due to the fact that they start it under the peer pressure or even due to the isolation suffered at the adolescent level at the hands of parents and friends. Apart from this performance pressure, growing emptiness and changing socio-economic conditions are having a toll on the age group. It can also be due to mental health disorders such as anxiety and depression or even due to the high levels of stress.
Together, let us amplify our efforts to combat the global drug problem, guided by the principles of science, compassion, and solidarity. Through collective action and a commitment to evidence-based solutions, we can create a world where individuals are empowered to lead healthy, fulfilling lives.
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क्षेत्रीय संवाददाता: –
मध्य प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प “एक पेड़ मां के नाम” अभियान के तहत साढ़े पांच करोड़ पेड़ लगाए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। अभियान की शुरुआत इंदौर से की जाएगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस अभियान के शुभारंभ के लिए केंद्रीय गृह मंत्री श्री शाह को मध्यप्रदेश आने का अनुरोध किया है और ब्यौरा हमारे भोपाल संवाददाता संजीव शर्मा से:
“मध्य प्रदेश में अभियान के तहत साढ़े पांच करोड़ पेड़ लगाए जाने का लक्ष्य रखा गया है. भोपाल और इंदौर से शुरू होने वाले “एक पेड़ मां के नाम” अभियान का शुभारंभ केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह करेंगे. उन्होंने मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है. मुख्यमंत्री ने कल दिल्ली प्रवास के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से संसद भवन में मुलाकात की थी. मुख्यमंत्री ने बताया कि मध्य प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प “एक पेड़ मां के नाम” अभियान के तहत साढ़े पांच करोड़ पेड़ लगाए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. अभियान की शुरुआत इंदौर जिले में 51 लाख पेड़ लगाकर की जाएगी. इंदौर में 7 जुलाई से 14 जुलाई तक कुल 51 लाख पौधे रोपे जा रहे हैं. दुनिया में एक साथ सबसे ज्यादा पौधारोपण करने का रिकार्ड बनाने की तैयारी है. अभियान के अंतिम दिन 14 जुलाई को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड की टीम इंदौर में होगी. सांवेर रोड की रेवती रेंज में उस दिन एक साथ 11 लाख पौधे रोपे जाएंगे. इंदौर में बनने वाला यह रिकार्ड किसी भी शहरी क्षेत्र में होने वाला सबसे बड़ा पौधारोपण होगा. गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड की टीम बकायदा पौधारोपण के लिए एक-एक गड्ढे की गिनती करने के साथ पूरी प्रक्रिया की रिकार्डिंग भी विशेषज्ञों की निगरानी में करेगी. इससे पहले असम नौ लाख पौधे एक दिन में रोपे जाने का रिकार्ड बन चुका है. परिक्रमा के लिए भोपाल से मैं संजीव शर्मा.”
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In an effort to combat the widespread prevalence of sickle cell disease in Odisha’s tribal regions, the state government has initiated an extensive screening and awareness campaign across 21 districts. This initiative, which began on World Sickle Cell Awareness Day on June 19, will run until July 3, Here is a report from Cuttack…
“The health department has established numerous screening camps, aiming to diagnose and identify individuals with sickle cell disease early. These camps are strategically located at primary and community health centres, ensuring accessibility for residents in remote areas. By conducting comprehensive screenings, the government hopes to compile accurate data on the prevalence of SCD and provide timely medical intervention to those affected. Parallel to the screening, a house-to-house campaign has been launched targeting 5 Lakh families. Trained healthcare workers and volunteers are engaging with community members. This grass-root approach aims to raise awareness, dispel myths and encourage individuals to participate in screening programmes. Speaking to Akashvani Samachar professor Dr Jayant Panda of Shriram Chandra Bhanja medical College and hospital, Cuttack Said:
For Parikrama Itishree Singh Rathaur Akashvani Samachar Cuttack.”
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छत्तीसगढ़ के आदिवासी बहुल बस्तर संभाग में जनजातीय लोगों के आस्था स्थलों के आसपास के क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर पौधारोपण करने के लिए अभियान चलाया जाएगा। इस बारे में और ब्यौरा दे रहे हैं, रायपुर से हमारे संवाददाता विकल्प शुक्ला।
“छत्तीसगढ़ एक आदिवासी बहुल राज्य है और आदिवासी समुदाय के लोग पेड़ों को काफी महत्व देते हैं और उनकी संस्कृति में पेड़–पौधों की रक्षा का भी बड़ा महत्व है। इस बात को ध्यान में रखते हुए राज्य के बस्तर संभाग में आस्था के केन्द्रों के आसपास हरियाली बिखरने की मुहिम शुरू की जाएगी। आदिवासियों के आस्था स्थलों को देवगुड़ी और मातागुड़ी के रूप में जाना जाता है। आदिवासीजन इन पर अटूट आस्था रखते हैं और इन आस्था स्थलों के आसपास के वृक्षों को देवता के रूप में मानते हैं और इन पेड़–पौधों को संरक्षित रखने की परंपरा भी निभाते हैं। बस्तर संभाग के सात हजार से अधिक देवगुड़ी–मातागुड़ी के साथ–साथ तीन हजार से ज्यादा वन अधिकार मान्यता पत्र स्थलों के आसपास पौधारोपण अभियान चलाया जाएगा। इसके तहत बस्तर संभाग के सात जिलों में आस्था स्थलों के आसपास बारिश के मौसम में पांच लाख से ज्यादा पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इस दौरान नीम, आम, जामुन, करंजी, अमलतास जैसे फलदार और छायादार पौधे लगाए जाएंगे। बस्तर कमिश्नर ने जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को इस अभियान का नोडल अधिकारी बनाया है। पौधारोपण की इस मुहिम में बैगा, सिरहा, मांझी, चालकी, गुनिया, गायता, पुजारी सहित सभी जनजातीय समुदायों के जनप्रतिनिधियों को भी भागीदार बनाया जाएगा। परिक्रमा के लिए आकाशवाणी रायपुर से मैं विकल्प शुक्ला।“
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Now, we will take you on a tour of India’s freedom struggle, and recall events that happened on this day.
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Business News:-
India’s Equity Benchmark Indices, Sensex and Nifty rose more than half a percent today, aided by the substantial buying from the Foreign Institutional Investors. The Sensex rose 621 points, or 0.8 percent, to close at 78,674. Nifty gained 148 points, or 0.62 percent, to settle at 23,869. In the Global Crude Market, Brent Crude is trading at 85 Dollars 68 cents per Barrel, WTI Crude is trading at 81 Dollars 57 cents per Barrel, when reports last came in. In the Multi Commodity Exchange, for August Contract, Gold is trading at 71,305 Rupees per 10 Grams. Silver, for July contract, is trading at 86,941 Rupees Per KG, when reports last came in.
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खेल के मैदान में: –
तैराकी में, धनिधि देसिंघु और श्रीहरि नटराज ने यूनिवर्सलिटी कोटा के माध्यम से पेरिस-2024 ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया है। इस संबंध में भारतीय तैराकी महासंघ ने घोषणा की। फरवरी में, 14 वर्षीय धनिधि ने फिलीपींस में आयोजित 11वीं एशियाई ग्रुप एक्वेटिक्स चैंपियनशिप में महिलाओं की सौ मीटर फ्रीस्टाइल स्पर्धा में चौथा स्थान हासिल किया। धनिधि महिलाओं की दो सौ मीटर फ्रीस्टाइल में राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक हैं। उन्होंने वर्ष 2024 में शानदार प्रदर्शन करते हुए सिंगापुर, भारत और मलेशिया में आयोजित स्पर्धाओं में दो स्वर्ण और दो रजत पदक जीते। वहीं, दो सौ मीटर फ़्रीस्टाइल में राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक शीर्ष तैराक, नटराज ने पुरुषों की 100 मीटर बैकस्ट्रोक स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता।
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In the ICC Men’s T20 Cricket World Cup, Afghanistan will face South Africa in the first semi-final at Brian Lara Stadium in Tarouba, Trinidad tomorrow morning. While India will face England in the second semi-final match at Providence Stadium in Guyana tomorrow evening. Final match of the tournament will be played at Kensington Oval, Bridgetown, Barbados on Saturday.
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समय है उन हस्तियों को याद करने का, जिनका आज है जन्म दिवस या जिन्होंने आज के दिन इस दुनिया को अलविदा कहा।
यश जौहर
आज यश जौहर की पुण्यतिथि है जिन्हें अपने फिल्म निर्माण के हुनर के साथ अपने नरम स्वभाव और नेक दिली की वजह से भी जाना जाता था। यश जौहर का जन्म अमृतसर में 6 सितंबर 1929 में हुआ। 50 के दशक में वो मुंबई आए और ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ में फोटोग्राफर की नौकरी करने लगे और यही उनका फिल्म प्रोडक्शंस के साथ जुड़ने का ज़रिया बना और उन्होंने शशधर मुखर्जी से लेकर सुनील दत्त के प्रोडक्शन हाउस में काम किया। प्रोडक्शन हाउस में काम करते हुए 1976 में यश जौहर ने अपनी कंपनी खोली, जिसका नाम था, धर्मा प्रोडक्शन और इसके बैनर तले पहले फिल्म बनी दोस्ताना, जिसने बॉक्स ऑफिस पर तूफान मचा दिया। इसके अलावा उन्होंने ‘अग्निपथ’, ‘दुनिया’, ‘ड्यूपलिकेट’ से लेकर ‘गुमराह’ जैसी कई और फिल्मों का निर्माण किया। इन्हें 2004 में भारतीय सिनेमा में उत्कृष्ट योगदान के लिए आईफा अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।
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Manpreet Singh Pawar (born 26 June 1992) is an Indian field hockey player. As the captain of the Indian field hockey team, Manpreet Singh Pawar has had a significant impact on the sport both in India and around the world. He led his team to a bronze medal at the Tokyo 2020 Olympics and has been recognized as one of the most talented players in the game.
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बंकिम चन्द्र चट्टोपाध्याय
आज 19वीं शताब्दी के बंगाल के प्रकाण्ड विद्वान् तथा महान् कवि और उपन्यासकार बंकिम चन्द्र चट्टोपाध्याय की जयंति है। 1874 में प्रसिद्ध देश भक्ति गीत वन्देमातरम् की रचना की जिसे बाद में आनन्द मठ नामक उपन्यास में शामिल किया गया। वन्देमातरम् गीत को सबसे पहले 1896 में कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन में गाया गया था। बंकिम चन्द्र चट्टोपाध्याय का जन्म बंगाल के 24 परगना ज़िले में हुआ था। उनकी शिक्षा बंगला के साथ-साथ अंग्रेज़ी व संस्कृत में भी हुई थी। आजीविका के लिए उन्होंने सरकारी सेवा की, परन्तु राष्ट्रीयता और स्वभाषा प्रेम उनमें कूट-कूट कर भरा हुआ था। बंकिम ने साहित्य के क्षेत्र में कुछ कविताएँ लिखकर प्रवेश किया। उस समय बंगला में गद्य या उपन्यास कहानी की रचनाएँ कम लिखी जाती थीं। बंकिम ने इस दिशा में पथ-प्रदर्शक का काम किया। 27 वर्ष की उम्र में उन्होंने ‘दुर्गेश नंदिनी’ नाम का उपन्यास लिखा। रबीन्द्रनाथ ठाकुर ‘बंग दर्शन’ में लिखकर ही साहित्य के क्षेत्र में आए। वे बंकिम को अपना गुरु मानते थे। उनका कहना था कि, ‘बंकिम बंगला लेखकों के गुरु और बंगला पाठकों के मित्र हैं’।
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Ariana Grande-Butera (Born June 26, 1993) is an American singer, songwriter and actress. Regarded as a pop icon and an influential figure in popular music, Ariana’s music career began in 2011 with the soundtrack album “Music from Victorious”. Grande’s various awards include Grammy Awards, Brit Award, Billboard Music Awards. Grande was cast in the Nickelodeon television show Victorious which premiered in the year 2010.
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गौहर जान
आज भारतीय गायिका और नर्तकी गौहर जान की जयंति है। वे दक्षिण एशिया की पहली गायिका थीं, जिनके गाने ग्रामाफोन कंपनी ने रिकॉर्ड किए थे।
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