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November 7, 2025 2:15 PM

दोपहर समाचार

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मुख्‍य समाचार :-

  • प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा-'वंदे मातरम' एक मंत्र, ऊर्जा, स्वप्न और भारत-माता के प्रति एक संकल्‍प। प्रधानमंत्री ने नई दिल्ली में राष्ट्रीय गीत "वंदे मातरम" के डेढ सौ वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में एक वर्ष तक चलने वाले समारोह का उद्घाटन किया।
  • बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण का प्रचार जोरों पर। कई राजनीतिक दलों के नेता मतदाताओं को लुभाने के लिए रैलियाँ कर रहे हैं।
  • सर्वोच्च न्यायालय ने प्रमुख सार्वजनिक स्थानों को लावारिस कुत्तों और अन्य पशुओं से सुरक्षित रखने के लिए कई दिशा-निर्देश जारी किए।
  • भारत ने जमैका को तूफान मेलिसा से हुई तबाही के बाद सहायता भेजी।
  • और, मौसम विभाग की अगले 48 घंटों के दौरान मध्य भारत में न्यूनतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट की संभावना।

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प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने आज नई दिल्ली में राष्ट्रीय गीत "वंदे मातरम" के डेढ सौ वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में एक वर्ष तक चलने वाले स्मरण उत्सव का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर एक स्मारक डाक टिकट और सिक्का भी जारी किया। उन्‍होंने vandemataram150.in पोर्टल भी जारी किया। इसमें लोग राष्‍ट्रीय गीत गाते हुए अपनी वीडियो डालकर प्रमाण-पत्र प्राप्‍त कर सकते हैं। नई दिल्‍ली में इंदिरा गांधी इंडोर स्‍टेडियम में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वंदे मातरम एक मंत्र, एक ऊर्जा, एक सपना और एक संकल्‍प है।

 

वंदे मातरम का मूल भाव है। भारत मां भारती भारत की शाश्‍वत संकल्पना वह संकल्‍पना जिसने मानवता के प्रथम पहर से खुद को गढना शुरू कर दिया जिसने युगों-युगों को एक-एक अध्याय के रूप में पढ़ा शून्‍य से शिखर तक उनकी यात्रा और शिखर से पुन: शून्‍य में उनका विलय भारत ने यह सब कुछ देखा है।

 

प्रधानमंत्री ने बंकिमचंद्र के आनंद मठ को स्‍वतंत्र भारत का सपना बताया।

 

बंकिम चंद्र की आनंद मठ केवल उपन्यास नहीं है। यह स्वाधीन भारत का एक स्वप्न है। आनंद मठ में वंदे मातरम की एक-एक पंक्ति के एक-एक शब्द के उसके हर भाव के गहरे निहितार्थ थे, निहितार्थ है, यह गीत गुलामी के कालखंड में कभी भी कैद नहीं रहे।

 

प्रधानमंत्री ने महात्‍मा गांधी सहित कई स्‍वतंत्रता सेनानियों का भी जिक्र किया।

 

1927 में महात्मा गांधी ने कहा था। वंदे मातरम हमारे सामने संपूर्ण भारत का ऐसा चित्र उपस्थित कर देता है, जो अखंड है। श्री अरविंदो ने वंदे मातरम को एक गीत से भी आगे उसे मंत्र कहा था। उन्होंने कहा एक ऐसा मंत्र है, जो आत्‍मबल जगाता है। भीकाजी कामा ने भारत का जो ध्‍वज तैयार करवाया था। उसमें बीच में भी लिखा था वंदे मातरम।

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राष्‍ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन ने भी राष्‍ट्रीय गीत वंदे मातरम की डेढ सौवीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य पर इसका स्मरण किया है। सोशल मीडिया पोस्‍ट में राष्‍ट्रपति मुर्मु ने कहा कि आज भी ये गीत लोगों को एकसूत्र में बांधता आया है और आगे भी बांधे रखेगा। उपराष्‍ट्रपति ने वंदे मातरम को एक ऐसा शाश्वत गान बताया, जिसने राष्ट्रवाद की भावना को जागृत किया।

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संस्‍कृति और पर्यटन मंत्री गजेन्‍द्र सिंह शेखावत ने कहा है कि राष्‍ट्रीय गीत वंदे मातरम की डेढ सौवीं वर्षगांठ के उपलक्ष्‍य में संस्‍कृति मंत्रालय सालभर कई कार्यक्रमों का आयोजन करेगा। आकाशवाणी समाचार के साथ विशेष साक्षात्‍कार में उन्‍होंने कहा कि वंदे मातरम स्‍वतंत्रता संग्राम के दौरान भारत की आवाज बना और अब 2047 तक विकसित भारत की परिकल्‍पना को पूरा करने में प्रत्‍येक नागरिक को प्रेरित करेगा।

 

एक भारत श्रेष्ठ भारत का संकल्प आजादी का अमृतकाल की शुरुआत में जो मान्य प्रधानमंत्री जी के प्रेरणा से पूरे देश ने लिया था या हर घर तिरंगा अभियान जिसको अपार सफलता मिली, करोड़ों लोगों ने अपने घर पर बनी प्रधानमंत्री जी के आह्वान पर सम्मान के साथ में न केवल तिरंगा फहराया अभी तो तिरंगे को हाथ में लेकर के सम्मान के साथ में उसके फोटोग्राफ को सोशल मीडिया पर या डिफरेंट वर्टिकल्स पर अपलोड भी किया मैं यह मानता हूं कि वंदेमातरम का यह गायन देश में एक नई ऊर्जा का प्रस्फुटन करेगा। एक नये संकल्‍प की शक्ति का सृजन करेगा जो ऊर्जा और संकल्‍प की शक्ति मिलकर इस देश को विकसित बनाने के भाव को और सुदृढ करेगा।

 

केंद्रीय मंत्री के साथ ये पूरा साक्षात्‍कार आज आकाशवाणी के एफ.एम. गोल्‍ड चैनल और यूट्यूब चैनल, न्‍यूजऑनएआईआर ऑफिशियल पर कार्यक्रम सुर्खियों में शाम सात बजकर दस मिनट पर सुना जा सकता है।

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बिहार में राष्‍ट्रीय गीत वंदेमातरम की डेढ सौवीं वर्षगांठ पर कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। गृह मंत्री अमित शाह, वरिष्ठ मंत्रियों और भाजपा नेताओं के साथ पटना स्थित भाजपा मुख्यालय में आयोजित समारोह में शामिल हुए। श्री शाह ने कहा कि वंदे मातरम राष्ट्रीय एकता और अखंडता का प्रतीक है।

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उत्‍तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर लखनऊ के लोक भवन में स्मृति समारोह को संबोधित किया। श्री आदित्‍यनाथ ने कहा कि इस गीत ने लोगों को मातृभूमि की भावना से जोड़ा और भारत के शाश्वत सार को प्रतिबिंबित किया।   

 

राष्‍ट्र प्रथम के साथ हम सबकी यह सामूहिक अभिव्यक्ति इस राष्ट्र माता के प्रति हो या भाव भी हर भारतीय के मन में इस गीत ने रचने का प्रयास किया और हम सब आभारी हैं जो प्रधानमंत्री मोदी जी ने इसके बारे में हर भारतवासी के लिए कहा कि यह भारत की भक्ति और शक्ति के सामूहिक शाश्वत अभिव्यक्ति का एक स्वरूप है, वंदे मातरम।

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प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल अनिल चौहान और रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने आज नई दिल्ली के साउथ ब्लॉक में राष्ट्रगीत वंदे मातरम का स्मरण किया। रक्षा मंत्रालय ने सोशल मीडिया पोस्ट में बताया कि समारोह की शुरुआत बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय के अमर गीतों का स्मरण करते हुए वंदे मातरम के सामूहिक गायन से हुई।

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वंदे मातरम की रचना बंकिमचंद्र चटर्जी ने अक्षय नवमी 7 नवंबर 1875 को की थी। यह पहली बार साहित्यिक पत्रिका बंगदर्शन में उनके उपन्यास आनंदमठ के एक भाग के रूप में प्रकाशित हुआ था।

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वन्‍दे मातरम एक ऐसा गीत है जिसने कई पीढ़ियों को एकजुट होने, आगे बढ़ने और राष्ट्र की भावना का जश्न मनाने के लिए प्रेरित किया है। भारत के इस प्रतिष्ठित राष्ट्रीय गीत के इतिहास

 

प्रसिद्ध बांग्‍ला कवि और उपन्यासकार बंकिम चंद्र चटर्जी द्वारा रचित, वंदे मातरम भारत की जागृति का प्रतीक है। समय के साथ, यह गीत स्वतंत्रता सेनानियों के लिए विदेशी सत्ता के खिलाफ प्रतिरोध का नारा बन गया। वंदे मातरम को बैठकों, जुलूसों और सार्वजनिक सभाओं में एक प्रेरणादायक गीत के रूप में गाया जाने लगा। वर्ष 1882 में बंकिम चंद्र चट्टोपाध्‍याय के उपन्‍यास आनंद मठ में यह गीत प्रकाशित हुआ। गुरुदेव रविंद्र नाथ ठाकुर ने वर्ष 1896 में कलकत्ता में भारतीय राष्‍ट्रीय कांग्रेस की वार्षिक बैठक में वंदे मातरम का पाठ किया था। इसने सदियों की गुलामी से कमजोर भारत में नई जान फूंक दी। 24 जनवरी 1950 को भारत की संविधान सभा द्वारा आधिकारिक रूप से राष्ट्रगीत के रूप में अपनाए जाने के बाद, संविधान सभा के तत्कालीन अध्यक्ष डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने वंदे मातरम को राष्ट्रगान जन गण मन के समान ही सम्मान देने ही घोषणा की। अमन यादव की रिपोर्ट के साथ समाचार कक्ष से सरफिरोजी

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बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण के लिए प्रचार जोर पकड़ रहा है। हमारे सवांददाता ने बताया है कि एनडीए और महागठबंधन के वरिष्ठ नेता तथा स्टार प्रचारक, अन्य दलों के नेताओं के साथ चुनाव क्षेत्रों में लगातार दौरे कर रहे हैं।

 

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज जमुई में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह चुनाव बिहार को विकसित बनाने का चुनाव है। उन्होंने कहा कि अगर बिहार को जंगलराज से बचाना है। तो लोगों को एनडीए को वोट देना होगा। जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज पूर्वी चंपारण जिले के पहाड़पुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि उन्होंने 20 साल के दौरान बिहार के लोगों से किया गया वायदा पूरा किया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने बांका में एक जनसभा को संबोधित करते हुए दावा किया कि बिहार की जनता राजनीतिक रूप से बहुत जागरुक है। राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने अररिया के जोकीहाट में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि महागठबंधन की सरकार बनने पर अगले वर्ष 14 जनवरी को माई- बहिन योजना के तहत महिला लाभार्थियों को एक मुश्‍त तीस हजार की राशि दी जाएगी। विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के अंतर्गत आज विभिन्न दलों के वरिष्ठ नेता लगातार कई स्थानों पर चुनावी रैलियां को संबोधित कर रहे हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज औरंगाबाद और कैमूर में दो जनसभाओं को संबोधित करेंगे, धर्मेंद्र कुमार राय आकाशवाणी समाचार पटना।

 

विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण में 11 नवंबर को 20 जिलों के 122 क्षेत्रों में मतदान होगा। वोटों की गिनती 14 नवंबर को की जाएगी। इस बीच, कल संपन्न हुए पहले चरण में रिकॉर्ड 64.66 प्रतिशत मतदान हुआ है।

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प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी आज शाम वाराणसी जाएंगे। हमारे संवाददाता ने बताया कि प्रधानमंत्री कल सुबह बनारस-खजुराहो और लखनऊ-सहारनपुर सहित चार वंदेभारत रेलगाडियों को रवाना करेंगे।   

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सर्वोच्‍च न्‍यायालय ने लावारिस कुत्‍तों के बढ़ते खतरे से सार्वजनिक स्‍थानों को सुरक्षित रखने और राजमार्गों से लावारिस मवेशियों और अन्‍य पशुओं को हटाने के लिए आज कई दिशा-निर्देश जारी किए। न्‍यायमूर्ति विक्रम नाथ, न्‍यायमूर्ति संदीप मेहता और न्‍यायमूर्ति एन.वी अंजारिया की पीठ ने स्‍वत: संज्ञान लेते हुए देश में लावारिस कुत्‍तों के प्रबंधन से जुड़े मामले की सुनवाई की।

 

न्‍यायालय प्रत्‍येक शैक्षिक संस्‍थान, अस्‍पताल, सार्वजनिक खेल परिसर, बस स्‍टैंड और रेलवे स्‍टेशनों पर आवारा कुत्‍तों के प्रवेश को रोकने के लिए उपयुक्‍त तरीके से बाड़ लगाने के निर्देश दिए हैं।  न्‍यायालय ने पशु जन्‍म नियंत्रण निमय, 2023 के अंतर्गत स्‍थानीय नगर निकायों से ऐसे जगहों से पशुओं को नियमित रूप से उठाकर आवश्‍यक टीककरण और नसबंदी के बाद निर्धारित आश्रय स्‍थलों पर भेजने को कहा है। शीर्ष न्‍यायालय ने कहा कि सभी राज्‍यों और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्‍य सचिव इसका कड़ाई से पालन सुनिश्चित करवाएं। अन्‍यथा ये अधिकारी इसके लिए व्‍यक्तिगत रूप से जिम्‍मेदार होंगे। सर्वोच्‍च न्‍यायालय को इन दिशा-निर्देशों के कार्यान्‍वयन को लेकर उठाए गए कदमों के बारे में आठ सप्‍ताह के भीतर अनुपालन स्थिति रिपोर्ट सौंपी जाएगी। समाचार कक्ष से जया भारती। 

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नरेन्‍द्र मोदी सरकार द्वारा कई क्षेत्रों में जीएसटी दरों में कटौती के साथ, 22 सितंबर को शुरू किए गए जीएसटी बचत उत्सव से देशभर के नागरिकों को लाभ हुआ है। हमारे संवाददाता ने बताया है कि अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधारों से त्रिपुरा की अर्थव्यवस्था को कैसे बढावा मिल रहा है।

 

नए जीएसटी सुधारो से त्रिपुरा के ग्रामीण कारीगरों, किसानों और लघु स्‍तरीय प्रसंस्करणकर्ताओं को बडी मजबूती मिली है। राज्य के प्रमुख क्षेत्रों में करों में कटौती से स्थानीय उत्पाद किफायती और प्रतिस्पर्धी हो गए हैं। पैकेज्ड और इंस्टेंट चाय पर जीएसटी को 18 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत कर दिया गया है। जिससे राज्‍य के चाय उद्योग को काफी लाभ मिला है। इसके साथ हथकरघा-वस्त्र क्षेत्र में 2,500 रुपये तक के सिले हुए परिधानों पर अब 5 प्रतिशत जीएसटी लगने से एक लाख बुनकर परिवारों को राहत मिली है। इससे राज्‍य के रेशन के धागों से बने उत्‍पाद भी अब और किफायती हुए हैं। साथ ही क्वीन अनानास जूस और अन्य फलों के रसों पर जीएसटी 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत कर दिया गया है, जिससे फल-आधारित और कृषि-प्रसंस्करण उद्योगों में निवेश को बढ़ावा मिला है। नए जीएसटी सुधारों का उद्देश्‍य ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मज़बूत करना। कारीगरों और किसानों का उत्थान करना और भारत के पूर्वोत्तर में एक प्रमुख विकास केंद्र के रूप में त्रिपुरा का स्‍थान मज़बूत करना है। सोम्‍या के साथ आदर्श आकाशवाणी समाचार दिल्ली।

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भारत ने जमैका को तूफान मेलिसा से हुई तबाही से निपटने के लिए सहायता पहुँचाई है। जमैका स्थित भारतीय उच्चायोग ने सोशल मीडिया पोस्ट में बताया कि कल भारतीय वायुसेना के एक विमान के माध्यम से लगभग 20 टन सहायता और आपदा राहत की एक खेप वहां भेजी गई।

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मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों के दौरान मध्य भारत में न्यूनतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट की संभावना जताई है। विभाग ने तमिलनाडु, पुद्दुचेरी और कारइक्‍काल में कुछ स्थानों पर तेज वर्षा का अनुमान व्‍यक्‍त किया है।

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शेयर बाजार के सेंसेक्स और निफ्टी आज दोपहर के कारोबार में मामूली बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे।

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अंत में मुख्य समाचार एक बार फिर :-

  • प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा-'वंदे मातरम' एक मंत्र, ऊर्जा, स्वप्न और भारत-माता के प्रति एक संकल्‍प। प्रधानमंत्री ने नई दिल्ली में राष्ट्रीय गीत "वंदे मातरम" के 150 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में एक वर्ष तक चलने वाले समारोह का उद्घाटन किया।
  • बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण का प्रचार जोरों पर। कई राजनीतिक दलों के नेता मतदाताओं को लुभाने के लिए रैलियाँ कर रहे हैं।
  • सर्वोच्च न्यायालय ने प्रमुख सार्वजनिक स्थानों को लावारिस कुत्तों और अन्य पशुओं से सुरक्षित रखने के लिए कई दिशा-निर्देश जारी किए।
  • भारत ने जमैका को तूफान मेलिसा से हुई तबाही के बाद सहायता भेजी।
  • और, मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों के दौरान मध्य भारत में न्यूनतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट की संभावना व्‍यक्‍त की है।

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